Monday, December 24, 2018

'अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना' के तहत उत्तराखंडवासियों को मिलेगा मुफ़्त इलाज !






प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा "आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना" प्रारम्भ की गयी है, जिसके अन्तर्गत उत्तराखंड प्रदेश में भी लगभग 5 लाख परिवारों को गम्भीर बीमारी के इलाज हेतु प्रतिवर्ष 5 लाख रूपये तक की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। वर्तमान केंद्र सरकार की इस योजना के तहतउत्तराखंड सरकार द्वारा "अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना" प्रारम्भ की गई है। इस योजना के अंतर्गत छुटे हुए लगभग 18 लाख परिवारों को भी प्रतिवर्ष 5 लाख रूपये की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस प्रकार उत्तराखण्ड राज्य के समस्त 23 लाख परिवारों को सामान्य एवं गम्भीर बीमारी के ईलाज हेतु निःशुल्क  चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सकेगी।





    यह सुविधा राज्य के सरकारी चिकित्सालयों (जिसमें समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला चिकित्सालय, संयुक्त चिकित्सालय एवं बेस चिकित्सालय सम्मिलित है) एवं सूचीब़द्ध निजी चिकित्सालयों में (रैफर करने के आधार पर) प्रदान की जायेगी। आपातकालीन स्थिति में सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों में बिना रैफर किये भी उपचार कराया जा सकता है। यह योजना पूर्णतः कैशलैस एवं पेपरलैस है।
अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्तराखण्ड सरकार का एक ऐतिहासिक मजबूत कदम है, जो राज्य में निवासरत लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।






योजना का उद्देश्यः-

अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना का उद्देश्य राज्य के समस्त परिवारों को बेहतर चिकित्सा उपचार प्रदान करना एवं स्वास्थ्य पर होने वाले अतिरिक्त आर्थिक बोझ को कम करना है। योजना के परिणाम स्वरूप सामान्य जन मानस द्वारा बीमारी के उपचार में आने वाले अतिरिक्त जेब खर्च की एक सीमा तक भरपायी हो पायेगी।



लाभार्थी परिवार की पात्रताः-

योजना में राज्य कि समस्त परिवार पात्र है; लेकिन ऐसे परिवार जो सी0जी0एच0एस0 अथवा केन्द्रीय/अन्य सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना के द्वारा अच्छादित हैं, को पात्रता की श्रेणी में सम्मिलित नहीं किया गया है। 'अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना' के अन्तर्गत अपने परिवार की पात्रता के बारे में जानने हेतु राशन कार्ड संख्या/वोटर आई0डी0 EPICसंख्या/एम0एस0बी0वाई0 कार्ड संख्या के आधार पर निम्न प्रकार से जानकारी प्राप्त की जा सकती हैः-

★  नजदीकी सरकारी चिकित्सालय से।
★  सामुदायिक सेवा केन्द्र (Common Service Center)  से
★ मोबाईल एप (अटल आयुश्मान उत्तराखण्ड योजना) से एवं
★ वेबसाईट http://ayushmanuttarakhand.org  से जानकारी प्राप्त की जा सकती है।


उपचार कराने से पूर्व लाभार्थी को पंजीकरण कर ’’गोल्डन कार्ड’’ बनवाना होगा। यह कार्ड आपके नजदीकी सरकारी चिकित्सालय/सामुदायिक सेवा केन्द्र (Common Service Center) से बनवाया जा सकता है। गोल्डन कार्ड बनवाने हेतु लाभार्थी को आधार कार्ड अपने साथ रखना आवश्यक है। आपके परिवार का प्रत्येक सदस्य अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकता है।




उपचार कैसे प्राप्त करें ?

उपचार के समय लाभार्थी को अपना गोल्डन कार्ड एवं आधार कार्ड साथ में रखना आवश्यक है। यदि गोल्डन कार्ड पूर्व में नही बना है तो लाभार्थी को अपने साथ राशन कार्ड/मतदाता पहचान पत्र / एम0एस0बी0वाई0 कार्ड/आधार कार्ड पहचान पत्र हेतु साथ ले जाना आवश्यक होगा ताकि उसी समय गोल्डन कार्ड बनाकर लाभार्थी का नाम दर्ज कराते हुये उपचार दिया जा सके। उपचार के दौरान मरीज की सहायता के लिये प्रत्येक चिकित्सालय में 'आरोग्य मित्र’ तैनात रहेंगे, जिनके द्वारा मरीज को भर्ती कराने के समय आवश्यक सहयोग मिलेगा।





योजना की प्रमुख विषेशताऐं :



★ उत्तराखण्ड राज्य के समस्त परिवारों को चिकित्सालय में भर्ती होने पर निःशुल्क उपचार हेतु इस योजना का लाभ मिलेगा।
★ पात्र लाभार्थी परिवारों के सभी उम्र के सभी सदस्य इस योजना के अन्तर्गत लाभ ले सकते हैं।
★ लाभार्थी एवं उसके परिवार के सदस्यों का विवरण योजना के लिए तैयार किये गये मोबाईल एप-(अटल आयुष्मान  उत्तराखण्ड योजना) एवं वेब साईट http://ayushmanuttarakhand.orgके माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
★ उपचार के समय आधार कार्ड साथ में होना आवश्यक  है।
★ योजना से सम्बन्धित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए 104 हेल्प लाईन (टाॅल फ्री नम्बर) पर सम्पर्क किया जा सकता है ।




लाभार्थी को किन-किन बीमारियों में उपचार मिलेगा ?


योजना के अन्तर्गत उपचार हेतु कुल 1350 प्रकार के रोग अवस्थाओं को चिन्ह्ति किया है, जिनका विवरण निम्न हैः-
● हृदय रोग - 130 (पैकेजों की संख्या)
● नेत्र रोग - 42
● नाक कान गला रोग - 94
● हडडी रोग - 114
● मूत्र रोग - 161
● महिला रोग - 73
● शल्य रोग - 253
● न्यूरो सर्जरी, न्यूरो रेडियोलोजी एवं फ्लास्टिक सर्जरी, बर्न रोग - 115
● दन्त रोग - 09
● बाल रोग - 156
● मेडिकल रोग - 70
● कैन्सर रोग - 112
● अन्य - 21




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